सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा जून में हो चुकी है और कुछ ही दिनों के बाद रिजल्ट आने वाला है। रिजल्ट और मुख्य परीक्षा के बीच समय बहुत कम रहता है। अच्छी तैयारी तभी हो सकती है, जब आप प्रारंभिक परीक्षा देने के बाद ही इसकी तैयारी में जुट जाते हैं। इस संबंध में इस वर्ष के आइएएस टॉपर्स का कहना है कि मुख्य परीक्षा का सिलेबस इतना विस्तृत होता है कि रिजल्ट आने के बाद तैयारी के लिए बहुत कम समय बचता है। यदि इसकी तैयारी के लिए स्मार्ट स्ट्रेटेजी शुरुआत में नहीं बनाते हैं, तो आप मुख्य परीक्षा में अपनी दावेदारी मजबूत नहीं कर सकते हैं। यह समय तैयारी के लिए स्ट्रेटेजी बनाने का सबसे उपयुक्त होता है। आप भी यदि सी-सैट की प्रारंभिक परीक्षा दे चुके हैं, तो बेहतर होगा कि मुख्य परीक्षा के लिए स्ट्रेटेजी बनाकर तैयारी अभी से शुरू कर दें। स्ट्रेटेजी बनाने से पहले मुख्य परीक्षा के स्वरूप के बारे में जानना लाभदायक होगा।
किस तरह की मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा निबंधात्मक प्रकृति की परीक्षा है, जिसमें अनिवार्य और वैकल्पिक विषय मिलाकर कुल नौ विषयों की परीक्षा देनी होती है। सामान्य हिन्दी (या कोई अन्य भारतीय भाषा) और सामान्य अंग्रेजी के अनिवार्य पेपर (दोनों 300-300 अंकों के) केवल क्वालीफाइंग नेचर के होते हैं, यानी इसमें केवल आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक पाना होता है। इसके अंक मेरिट लिस्ट बनाते समय नहीं जोडे जाते। इसके बाद अनिवार्य विषय के तहत निबंध का प्रश्नपत्र (200 अंक का) और सामान्य अध्ययन के दो प्रश्नपत्र (प्रत्येक 300 अंक का) तथा अभ्यर्थी द्वारा चुने गए दो वैकल्पिक विषयों के दो-दो प्रश्नपत्र (प्रत्येक प्रश्नपत्र 300 अंक का) शामिल होते हैं।
सिलेबस का अध्ययन जरूरी
मुख्य परीक्षा के लिए कई अनिवार्य और वैकल्पिक विषयों की तैयारी करनी होती है और तैयारी के लिए समय काफी कम होता है। इस कारण पुराने स्टूडेंट्स पिछले वर्षो के प्रश्नों के आधार पर कुछ प्रश्न गेस करके उसकी तैयारी जमकर करते थे, लेकिन अब पैटर्न काफी बदल चुका है। इस बदले फॉर्मेट में उन्हें ही सफलता मिल सकती है, जिनका बेसिक्स मजबूत होगा। इसकी मजबूती के लिए गहन अध्ययन ही एकमात्र विकल्प है। वैकल्पिक विषय में कुछ हद तक चयनात्मक अध्ययन कारगर हो सकता है। चूंकि परीक्षा में एक प्रश्न से जुडे उप-प्रश्न भी होते हैं, इसलिए गेस किए गए प्रश्नों के उत्तर तैयार करते समय इससे संबंधित सभी पहलुओं का ध्यान रखें।
टाइम मैनेजमेंट है अहम
सिविल सेवा जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी के लिए इसकी महत्ता बढ जाती है। यदि आपको सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में अपनी सफलता सुनिश्चित करनी है, तो सभी प्रश्नपत्रों पर बराबर ध्यान दें। यदि आप सभी प्रश्नपत्रों में अधिकाधिक अंक हासिल करेंगे, तो सिविल सेवा में आपका चयन काफी हद तक सुनिश्चित हो जाएगा। आप मुख्य परीक्षा में जितने ज्यादा अंक पाएंगे, उससे न केवल इस परीक्षा में आपकी सफलता पक्की होगी, बल्कि आप मेरिट लिस्ट में ऊपरी स्थान पाकर आइएएस, आइपीएस, आइएफएस या समकक्ष कैडर के अधिकारी बनने का रास्ता भी क्लियर कर लेंगे। यही कारण है कि सभी सफल स्टूडेंट्स मुख्य परीक्षा की तैयारी में अपनी पूरी शक्ति लगा देते हैं और बेहतर अंक लाते हैं।
निर्धारित फॉर्मेट में करें अभ्यास
मुख्य परीक्षा की प्रकृति निबंधात्मक होती है। इसमें जीएस और ऑप्शनल पेपर के आंसर निर्धारित शब्दों में लिखने होते हैं, इसलिए आंसर राइटिंग की रेगुलर प्रैक्टिस अभी से शुरू कर दें। आप इस मोह में न पडें कि अधिक शब्दों में उत्तर लिखने से बेहतर अंक मिलेंगे। आदर्श उत्तर वही होता है, जो निर्धारित शब्द-सीमा में टू दी प्वाइंट लिखे जाते हैं। इस परीक्षा में निबंध का एक अनिवार्य पेपर होता है। आपसे अपेक्षा की जाती है कि निबंध सूझ-बूझ के साथ व्यवस्थित और तर्कपूर्ण ढंग से लिखें। इस पेपर का मकसद आपकी सोच, भाषा-शैली और सहज अभिव्यक्ति क्षमता को परखना होता है। निबंध के प्रश्नपत्र में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धर्म एवं संस्कृति से संबंधित निबंध में से किसी एक पर लिखने के लिए कहा जाता है। आप चाहें, तो अपनी रुचि के अनुरूप कोई एक क्षेत्र का चयन करके उसकी बेहतर तैयारी कर सकते हैं। जीएस के अलावा ऑप्शनल का भी पेपर होता है। जीएस में सभी तरह के प्रश्न यानी शॉर्ट और लॉन्ग दोनों पूछे जाते हैं। इस पेपर में करेंट अफेयर्स से लेकर राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा विदेश से संबंधित प्रमुख प्रश्न रहते हैं। इसी तरह की रणनीति आप ऑप्शनल विषय के लिए बना सकते हैं। यदि आप सभी विषयों के लिए एक समय निर्धारित कर लेते हैं और उसी के अनुरूप तैयारी करते हैं, तो आप मुख्य परीक्षा के लिए अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर सकते हैं।
हल्के में न लें क्वालीफाइंग विषय
अक्सर देखा जाता है कि जनरल इंग्लिश और सामान्य हिन्दी को अभ्यर्थी हल्के में लेते हैं। इस तरह की स्थिति घातक हो सकती है। क्योंकि यदि आप इसमें क्वालीफाइंग मार्क्स लाने में सफल होंगे, तभी अन्य विषयों का मूल्यांकन किया जाएगा। इस कारण इसे हल्के में लेने की भूल कभी न करें। आपके लिए सबसे बेहतर रास्ता यह है कि क्वालीफाइंग नेचर के जनरल इंग्लिश और सामान्य हिन्दी के प्रति कतई लापरवाही न बरतें और इसकी भी बेहतर तैयारी करें। इसके प्रश्नपत्र इतने कठिन भी नहीं होते कि सामान्य अभ्यर्थियों को ज्यादा मेहनत करनी पडे। यदि इसके लिए रोज एक घंटा भी देते हैं, तो आपकी तैयारी बेहतर हो सकती है।
ध्यान देने योग्य बातें
आदर्श उत्तर वही होता है, जो निर्धारित शब्द-सीमा में टू दी प्वाइंट लिखे जाते हैं। इस कारण इस तरह के उत्तर लिखने का अभ्यास कर सकते हैं।
क्वालीफाइंग नेचर के जनरल इंग्लिश और सामान्य हिन्दी के प्रति लापरवाही न बरतें और इसकी भी अच्छी तरह से तैयारी करें।
निबंध के प्रश्नपत्र में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धर्म एवं संस्कृति से संबंधित किसी एक विषय पर लिखने के लिए कहा जाता है।
सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में सभी विषय काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इस कारण आपके लिए बेहतर यह होगा कि आप सभी प्रश्नपत्रों पर बराबर ध्यान दें।
करेंट अफेयर्स की तैयारी कुछ दिनों या महीनों में पढने से संभव नहीं है। इसकी तैयारी के लिए रोज एक घंटा समय निकालें और देश-विदेश में घटित-घटनाओं को आत्मसात करने की कोशिश करें।
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